मेहेंगी बिजली व कटोती की समस्या को देख होने लगे किसान आत्मनिर्भर। आये दिन बिजली कटोती को देख परेशान व हताश किसान अब आत्मनिर्भर होने लगे है। ग्रामीण खेतो व घरों में सोलर प्लेट लग रही है।

सौर ऊर्जा को सबसे उपयुक्त स्रोत माना जाता हैं। इसी का फायेदा उठा कर लोग मेहेंगी बिजली से निजाद पा लिया है। इसी के चलते सोलर सिस्टम की गाँव में माँग बढ़ने लगी है। न कोयले का इस्तेमाल न डिजल व पेट्रोल की टेंशन, सूर्य की किरणो को इस्तेमाल करके प्रदूषण रहित ऊर्जा मिलती है।

न केवल किसान इससे घर में बिजली जला रहे है लेकिन खेतो में सिचाई भी कर रहे है और आटा चक्की भी चला रहे है। इससे सबकी समस्या दूर हुई है। सरकार कृषि उपभोग पर उद्यान विभाग की सोलर प्लेट लगाने पर सब्सिडी दे रही है।

सब्सिडी में 30 प्रतिशत केंद्र सरकार देती है और 30 प्रतिशत राज्य सरकार देती है वही बाकी 40 प्रतिशत राशि उपभोक्ता को वहन करनी होती है। पहले की अपेक्षा लोग सोलर पावर को लेकर ज्यादा जागरूक हुए हैं यदि सरकार की तरफ से रोकी गई सब्सिडी वापिस मिले तो लोगो को काफी फायदा मिलेगा।

सोलर प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर बनवारी शर्मा के अनुसार आए दिन बिजली संकट को देखते हुएकुछ समय से ग्रामीण इलाकों में बहुत तेजी से सोलर प्लांट लग रहे हैं। किसान अब सोलर प्लांट लगाकर आत्मनिर्भर हो रहे हैं। कई लोगों ने बिना सब्सिडी के ही सोलर प्लांट लगवाए हैं।

Reference: patrika.com