सोलर प्लांट लगाने का सौदा कर 23.5 लाख रुपये हड़पने का एक मामला सामने आया है। धोखाधड़ी के मामले में सोलर कंपनी के निदेशक समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेरठ के गंगानगर निवासी विकास लांबा का कहना है कि वह मेरठ स्थित यशपर्व कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में निदेशक हैं। उन्होंने शास्त्रीनगर ए ब्लॉक स्थित मैसर्स अक्षत सोलर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक अक्षत पांडे, नितिन महरोत्रा और इनके सहयोगियों ध्रुव त्यागी व आशीष सक्सेना से मेरठ में चार सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाने की डील की थी।
इसके लिए उन्होंने 2018 से 2019 के बीच अलग-अलग माध्यम से 11 लाख 31 हजार रुपये बैंक खाते में दिए। इसके बाद अक्षत पांडे ने उन्हें पनवेल महाराष्ट्र में अपने एक प्रोजेक्ट के लिए भेजा था। जहां करीब 80 हजार रुपये का खर्चा आया। आरोप है कि सोलर कंपनी के निदेशक व अन्य साथियों ने डील के अनुसार सोलर प्रोजेक्ट का सामान नहीं दिया। ऐसे में उन्होंने सोलर कंपनी को सामान वापस भेज दिया और रुपये वापस मांगे, लेकिन आज तक रकम वापस नहीं की।
पीड़ित का कहना है कि सोलर प्लांट प्रोजेक्ट के नाम पर कंपनी के निदेशक और उनके साथियों ने 23 लाख 59 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। पीड़ित ने इस मामले की थाना कविनगर में तहरीर दी है। कविनगर थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्रा का कहना है कि धोखाधड़ी के मामले में अक्षत पांडे, नितिन मेहरोत्रा, ध्रुव त्यागी और आशीष सक्सेना के खिलाफ केस दर्ज किया है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।