बीसीसीएल कोयला उत्पादन के साथ-साथ अब बिजली उत्पादन भी करेगी। इसकी शुरुआत भोजूडीह से होगी। यहां बीसीसीएल 146 करोड़ की लागत से 25 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाएगी।

बुधवार को कोयला भवन में बीसीसीएल बोर्ड आफ डायरेक्टर की बैठक में अनुमति पत्र पर हस्ताक्षर हो गया। यहां से बिजली उत्पादन कर डीवीसी ग्रिड को दी जाएगी। उसके बाद बीसीसीएल वहां से बिजली लेगी। बिजली सप्लाई को लेकर बीसीसीएल के पास अपना ग्रिड नहीं है। इसलिए कंपनी डीवीसी से मदद लेगी।

बैठक की अध्यक्षता बीसीसीएल के सीएमडी व बोर्ड के चेयरमैन समीरन दत्ता ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की। बैठक में कंपनी की स्थिति को लेकर गहन मंथन किया गया। कंपनी को कैसे आर्थिक रूप से मजबूत किया जाए, इसको लेकर बोर्ड सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे। तृतीय तिमाही में बीसीसीएल की स्थिति ठीक नहीं होने के बाद भी चालू वित्त वर्ष में कंपनी मुनाफे में रहेगी।

उत्पादन, उत्पादकता व डिस्पैच लक्ष्य कैसे पूरा हो, इस पर कार्य योजना की समीक्षा हुई। वहीं एजेंडा के तहत मुुनीडीह 15 सिम में कन्टीन्यूस माइनर को लेकर चल रहे इंदु ज्वाइंट वेंचर कंपनी को (कैटर पिलर) हटा कर दूसरी कंपनी को संयुक्त कोरम कंपनी के रूप मेें किया गया। इस पर सहमति बनी है। बोर्ड ने रेवन्यू बजट भी पास किया। विभागीय उत्पादन बढ़ाने को लेकर 28 डंपर की खरीदारी का निर्णय लिया गया है। बीसीसीएल के सर्फेस ट्रांसपोर्टेशन चार्ज में भी संशोधन किया गया है। नई दर 20 जनवरी की मध्य रात्रि से लागू हो जाएगी।

बरोरा में परियोजना विस्तारीकरण को मंजूरी

बरोरा एरिया के बेनीडीह पेच में डेको कंपनी को परियोजना विस्तारीकरण को मंजूरी दी गई। यहां से 4.47 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया जाएगा। इससे कंपनी को करोड़ों का लाभ होगा।

बीसीसीएल का उत्पादन व डिस्पैच ग्रोथ सकारात्मक

बीसीसीएल ने अब तक 22 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जबकि 24.60 मिलियन टन कोयला डिस्पैच करने में सफल रही है। तकनीकी निदेशक चंचल गोस्वामी ने बताया कि कंपनी का उत्पादन ग्रोथ 16 व डिस्पैच का 39 प्रतिशत सकारात्मक है। बैठक में कोल इंडिया के तकनीकी निदेशक विनय दयाल, कोयला मंत्रालय के एडवाइजर व बोर्ड सदस्य आनंदजी प्रसाद, डीटी जेपी गुप्ता,नरेंद्र अग्रवाल वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े थे। तकनीकी निदेशक चंचल गोस्वामी, डीपी पीवीकेआरएम राव, स्वतंत्र निदेशक शशि ङ्क्षसह सहित अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।